नये साल की शुभकामना
विधान :— सुगीतिका छंद ( 25 मात्रा )
आदि लघु (1)पदांत दीर्घ लघु (21)
यति (15,10 )
गुजरते पुराने साल का,
हृदय से आभार।
नये साल की शुभकामना,
कीजिए स्वीकार।
अबतक जो अनुभव मिले हैं
रखेंगे वह याद।
कुछ नया फिरसे करने का,
करके शंखनाद।
शुभ भावों से हृदय भरकर,
करें मंगलचार।
नये साल की शुभकामना,
कीजिये स्वीकार!
हम विगत पलों से सीख ले,
कर नवल अनुमान।
नव पथ पर चल पड़े हैं अब,
नव सृजन की ठान।
नयी सोच लेकर बढ़ चले,
भर प्रेम उद्गार।
नये साल की शुभकामना,
कीजिये स्वीकार।
शुभमय हो आपका हर पल,
मिले सुख उपहार।
खुशियों से हो दामन भरा,
मिले न कभी हार।
सदाचार जीवन में भरे,
करें सब उपकार।
नये साल की शुभकामना,
कीजिये स्वीकार!
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✍सुश्री गीता उपाध्याय