शिव में शक्ति पर कविता

शिवशक्ति की वंदना प्रस्तुत कविता शिव में शक्ति पर कविता भगवान शिव पर आधारित है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव, भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है।

प्रणय मिलन कविता-सखि वसंत में तो आ जाते

प्रणय मिलन कविता-सखि वसंत में तो आ जाते- डॉ सुशील शर्मा सखि बसंत में तो आ जाते।विरह जनित मन को समझाते।         दूर देश में पिया विराजे,       प्रीत मलय क्यों…

ज्ञान दो वरदान दो माँ

ज्ञान दो वरदान दो माँ सत्य का संधान दो।बिंदु से भी छुद्रतम मैंकृपा का अवदान दो। अवगुणों को मैं समेटेमाँ पतित पातक हूँ मैं।मोह माया से घिरा हूँ,निपट पशु जातक…

शारदा-वंदन :मात नमन हम करें सदा ही

शारदा-वंदन :मात नमन हम करें सदा ही मात नमन हम करें सदा ही,हमें बौद्धिक दान दो।पढ़ लिख सीखें तमस मिटाएँ,ज्ञान का वरदान दो।अज्ञानता को दूर कर माँ,ज्ञान का पथ भान…

महा देश का ग्रंथ महाभारत

महा देश का ग्रंथ महाभारत अवसर मिलता सर्वदा,पर मन का अभिमान।आलस और प्रमाद सेनही सकें पहचान।।तब गुरुवर, गणनाथ मिलि,पथ की दें पहचान।जो जाने वे कर लिए ,निज हित करके ध्यान।।हर…

माघ शुक्ल की तीज तिथि पर कविता

माघ शुक्ल की तीज तिथि पर कविता माघ शुक्ल की तीज तिथि,सब तीनों से श्रेष्ठ।इसके व्रत से पा रहे,साधक सुफल यथेष्ठ ।।लिखा भविष्य पुराण में,माघ शुक्ल की तीज।तिथि नारी जो…