कविता बहार

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

13 अप्रैल जलियांवाला बाग नरसंहार दिवस पर हिंदी कविता

13 अप्रैल जलियांवाला बाग नरसंहार दिवस पर हिंदी कविता

13 अप्रैल जलियांवाला बाग नरसंहार दिवस पर हिंदी कविता यहाँ कोकिला नहीं, काग हैं, शोर मचाते,काले काले कीट, भ्रमर का भ्रम उपजाते। कलियाँ भी अधखिली, मिली हैं कंटक-कुल से,वे पौधे, व पुष्प शुष्क हैं अथवा झुलसे। परिमल-हीन पराग दाग सा…

बस कर भगवन / शिवराज सिंह चौहान

बस कर भगवन / शिवराज सिंह चौहान *लापरवाही इक बड़ी,*                           *बनकर आई काल।**पल में प्रलय हो गई,*                          *छीने बाल गोपाल।।* लाड प्यार तैयार कर,                               देकर बस्ता, भोज। दादा दादी मात पिता,                                 करते टाटा रोज।।किसको क्या ये था पता,…

विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर एक कविता

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इस कविता के माध्यम से हम सभी विश्व रंगमंच दिवस के महत्व को समझते हैं और इस उत्सव के महत्व को मनाते हैं, जो संस्कृति, कला, और समाज को एकसाथ लाता है। विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर यहाँ एक…

होली में धूम मचायेंगे /डॉ रामबली मिश्र

holi

होली में धूम मचायेंगे /डॉ0 रामबली मिश्र  होली में धूम मचायेंगे,होली में। नित रंग डाल नहलायेंगे,होली में।। स्वागत होगा पिचकारी से। हँसी ठिठोली दिलदारी से।। मुँह में सबके रंग लगेगा। सबका मुखड़ा खूब खिलेगा।। होली में रस बरसायेंगेगे,होली में। भय…

आत्म निर्भर भारत/हरि प्रकाश गुप्ता, सरल 

aatmnirbhar bharat

आत्म निर्भर भारत/हरि प्रकाश गुप्ता, सरल  आओ मिलकर एक साथ सब ये सौगंध खायें। अपने भारत को हम आत्म निर्भर बनायें।। किसी चीज की कमी न हो हर चीज भारत में बनायें। खेती, वैज्ञानिक, औद्योगिक क्षेत्र, हर क्षेत्र में आगे…