मुरली पर कविता

मुरली पर कविता मुरली रे मुरली तूने ऐसा कौन सा काम किया है ।खुस होकर कान्हा ने तुझे अधरों पे थाम लिया  है।मुरली  बोलो न  मुरली बोलो नतेरी  किस्मत सबसे निराली कान्हा ने अपनाया ।कान्हा के अधरों पे सजी है कोई  समझ न पाया ।कान्हा की प्यारी हो——-कान्हा की प्यारी बन कर तूने जग में  … Read more

सिंगार भजन /केवरा यदु “मीरा “

Maa Durga photo

दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी मानी जाती हैं जिन्हें माता, देवी, शक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जग्दम्बा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी जाना जाता हैं।शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं। दुर्गा को आदि शक्ति, परम भगवती परब्रह्म बताया गया है। सिंगार भजन /केवरा यदु “मीरा “ सिंगार भजन सिंगार माता दुर्गा करन लागे हो … Read more

हर पल उत्सव सा मनालें

हर पल उत्सव सा मनालें – केवरा यदु “मीरा “ जिंदगी चार दिन की  चलो गीत गालें ।हँस लें हम खुद औरों  को भी हँसालें ।चाहें तो जिन्दगी को हम इस तरह सजालें ।हर दिन दिवाली होली उत्सव मनालें । न बेरंग जीवन  हो संग मिलकर संवारें ।रहें हरपल मगन छूटे हँसी के फव्वारें।न हो … Read more

लाल तुम कहाँ गये

लाल तुम कहाँ गये * मेरे आँगन  का उजियारा थामाँ बाप के आँख का तारा थासीमा पर तुझको भेजा थापत्थर  का बना  कलेजा थापर मैने यह नहीं   सोचा  था।तू मुझे छोड़  कर जायेगा माँ बाप को  रुलवायेगा ।क्यों पुलवामा  में सो गये ।लाल तुम कहाँ गये । कहता था ब्याह रचाऊँगाप्यारी सी बहू   मैं  लाऊँगाफिर झूले … Read more

मैया की लाली है सिंगार/केवरा यदु “मीरा

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“मीरा की कविता ‘मैया की लाली है सिंगार’ में माता के प्रति भक्ति और प्रेम का गहरा भाव है। इस रचना में मीरा अपनी माँ की सुन्दरता और भक्ति को बयां करती हैं, जो भावनाओं और आस्था से भरपूर है। यह कविता मातृ प्रेम और भारतीय संस्कृति की अद्भुत परंपरा को दर्शाती है।” मैया की … Read more