चटनी पर कविता
चटनी पर कविताचटनी लहसुन पीसना,लेना इसका स्वाद।डाल टमाटर मिर्च को,धनिया रखना याद।।अदरक चटनी रोज ले,भागे दूर…
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यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर0 राज किशोर धिरही के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .