चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी

चूमता तिरंगा आसमान - हरिश्चन्द्र त्रिपाठी शहीदों पर कविता आन बान शान का ,विधान आज देखिये,हो रहा है देश का ,उत्थान आज देखिये।1। अप्सरा भी स्वर्ग से,उतरने को उतावली,धन्य भरत-भूमि…

सच्चा ज्यूरी – रामनाथ साहू ” ननकी “

सच्चा ज्यूरी - रामनाथ साहू " ननकी " कविता संग्रह दीदार जरूरी है । जगत नियंता प्रिय प्रतिपालक ,मुझसे क्यों दूरी है ।।परम प्रकाशक कण -कण के ,अति अद्भुत नूरी…

श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी

श्रृंखलाएँ - रामनाथ साहू ननकी kavitabahar logo हे काव्य कामिनी ,तुम ही मेरी ताकत हो ।नूर इलाही दावत हो ।।अल्लाह खुशी सरगम सीसुब्हो शाम इबादत हो ।। हे चित्त स्वामिनी…

कोहिनूर की आभा – डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर

कोहिनूर की आभा - डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर सत्यनाम के ज्ञान का,करो हृदय में ध्यान। गुरुवर की पाकर कृपा,बनना परम महान।। सत्य वचन नित बोलिए,यह मिश्री का घोल।तन मन को पावन…

कौन आवाज उठाए – पंडित अमित कुमार शर्मा

कौन आवाज उठाए - पंडित अमित कुमार शर्मा कविता संग्रह बदल गई जिंदगी देश केउगते सूरज कीलगा ग्रहण अब उनके उम्मीद कीसारे सपने टूट गए मां बाप की।चार दीवारों के…
Jai Sri Ram kavitabahar

राम का आना /अजय विश्वकर्मा

राम/श्रीराम/श्रीरामचन्द्र, रामायण के अनुसार,रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता थे। हनुमान उनके परम भक्त है। लंका के राजा रावण का वध उन्होंने ही किया था। उनकी प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि उन्होंने मर्यादा के पालन के…

पोस्टर ब्वाय लगते हैं -अनिल कुमार वर्मा

पोस्टर ब्वाय लगते हैं -अनिल कुमार वर्मा कविता संग्रह बैनर छाप लोग नेता नहीं, पोस्टर ब्वाय लगते हैं -अनिल कुमार वर्मा जब से प्लास्टिक फ्लेक्स का चलन हुआ है तब…

लाला लाजपत राय -सन्त राम सलाम

लाला लाजपत राय - सन्त राम सलाम द्वारा रचित हाथ जोड़ने से नहीं मिलेगा,न भीख और न कोई अधिकार।आजादी के लिए बनना होगा,गरम लोहा से बनकर हथियार।।लाल बाल पाल गरम…

मैं हिंदुस्तान हूं – शशि मित्तल “अमर”

मैं हिंदुस्तान हूं - शशि मित्तल "अमर" लहर-लहर लहराए तिरंगाबीच अशोक चक्र महान हूंहां मैं हिंदुस्तान हूं...........तीन रंगों से सजा तिरंगाश्वेत,हरा,केसरिया की शान हूंहां मैं हिंदुस्तान हूं..............भगत, सुभाष,आजाद की धरतीवीरांगना…

प्रजा ही है असली राजा – प्यारेलाल साहू

प्रजा ही है असली राजा - प्यारेलाल साहू कविता संग्रह प्रजा बजा सकती है बड़े बड़ों का बाजा।प्रजा ही है इस देश का प्यारे असली राजा।।मंत्री समझ बैठे हैं खुद…