प्रसन्न रहे मेरी मां भारती -रश्मिअग्निहोत्री

भारत माता प्रसन्न रहे मेरी मां भारती हे गणपति ! गणराज, गणनायक,विघ्नहर्ता वरदाता, मंगल दायक।अष्ट  सिद्धि, नव  निधि  के दाता, आए शरण, राखो लाज विधाता। हे  शंकर  सु्वन,  भवानी  नंदन,रिद्धि  देना …

इतिहास बनाना आदत है -रश्मि अग्निहोत्री

इतिहास बनाना आदत है इतिहास   बनाना  आदत  है,परिश्रम इसरो की इबादत है!संकल्प  और  गहरा  हुआ है,दो कदम पर मंजिल अपनी है! क्योंकि, चंद्रयान 2 सफल है,हर  हिंदुस्तानी  के  दिल  में!बचपन…

जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है -डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर

जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है " हर जिज्ञासु के मन में पाने की चाह है,मंजिल तक पहुंचाने का यही एक राह है। नया करने का इनमे बनता ख़्वाब है,जिंदगी…

है नमन देश की माटी को -राजेश पाण्डेय अब्र

है नमन देश की माटी को विश्वजीत है स्वंत तिरंगा तीन रंगों की अमृत गंगासरफ़रोश होता हर जन मन मत लेना तुम इससे पंगा, ऊर्ज समाहित सैन्य बलों में जन,  धन…

प्रेम का सागर है माँ – सुन्दर लाल डडसेना मधुर

यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में…

गाय सड़क पर- राजकिशोर धिरही

गाय सड़क पर गाय सड़क पर देख के,हो जाते हम मौन।लक्ष्मी अब माने नहीं,पाले इनको कौन।। दुर्घटना अब रोज ही,करते मानव हाय।बस बाइक कैसे चले,सड़कों पर है गाय।। पालन पोषण…
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गजल का अर्थ क्या है व इसके नियम / ग़ज़ल कैसे लिखें ( How to write GAZAL)

यहाँ हम आपको " ग़ज़ल कैसे लिखें/गजल का अर्थ क्या है व इसके नियम क्या हैं " के बारे में बताने वाले हैं जिसे विभिन्न माध्यम से हमने संग्रहित किया है .

दोहा छंद विधान व प्रकार

दोहा छंद विधान व प्रकार - प्रदीप कुमार दाश "दीपक" "दोहा" अर्द्धसम मात्रिक छंद है । इसके चार चरण होते हैं। विषम चरण (प्रथम तथा तृतीय) में १३-१३ मात्राएँ और…
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ताँका कैसे लिखें

ताँका जापानी काव्य की कई सौ साल पुरानी काव्य विधा है। इस विधा को नौवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी के दौरान काफी प्रसिद्धि मिली। उस समय इसके विषय धार्मिक या दरबारी हुआ करते थे। हाइकु का उद्भव इसी से हुआ।

छंदों की प्रारंभिक जानकारी

छंदों की प्रारंभिक जानकारी छन्द क्या है? यति, गति, वर्ण या मात्रा आदि की गणना के विचार से की गई रचना छन्द अथवा पद्य कहलाती है। चरण या पद – …